प्रभु यहोवा मुझ में है,
प्रभु यहोवा मुझ में है,
आजकल उसका डेरा है
अपनी आग से मुझ को वह
हरदम घेरे रहता है।
1 बिनती से बढ़कर समझ से आगे,
काम वो मुझ में करता है
उस का मेरे अन्दर बसना
रहस्य है, रहस्य है।, प्रभु….
2 मेरे प्रभु यदि आँख हैं,
तो मैं उसकी पुतली हूँ।
जो कोई- मुझको छूता है,
उसकी पुतली छूता है।, प्रभु
3.पराक्र्र्रमी है मेरा प्रभु ,
मुझको शस्त्र बनाता है।
– धनुप का तीर बनाकर,
शत्रु को गिराता है।, प्रभु….
4.मेरा प्रभु जी आ रहा,
सन्तों को ले जाने को
अपने राज्य में हमें बिठाकर,
शिरोमणि बनाने को। प्रभु