आदर और महिमा सामर्थ के योग्य
आदर और महिमा सामर्थ के योग्य,
यीशु तू ही तो है
युगानुयुग जीवित धन्यवाद के योग्य
यीशु तू ही तो है
हम गाये होसाना होसाना –(2)
1.
झुकते हैं आकर चरणों में तेरे संग दूतों के,
मुकुट को रखते कदमों में तेरे संग संतो के –(2)
जो कुछ भी हमने है किया,
तुने हमारे लिए किया –(2)
आदर और……….।
2.
सिंहासन के सामने सब लोग कहते तू ही पवित्र है
इस मंदिर में हम भी यह गाते तू ही पवित्र हैं –(2)
जो था और है और रहेगा,
तू ही पवित्र सर्वशक्तिमान –(2)