अपने जीवन में परमेश्वर की बुलाहट या….- भाई यूं
अपने जीवन में परमेश्वर की बुलाहट या उसके वरदानो से संतुष्ट न हों। स्वयं यीशु मसीह से संतुष्ट रहें। – भाई यूं
अपने जीवन में परमेश्वर की बुलाहट या उसके वरदानो से संतुष्ट न हों। स्वयं यीशु मसीह से संतुष्ट रहें। – भाई यूं