प्राणप्रिया येशु राजा
प्राणप्रिया येशु राजा ,
जीवनदायक प्रियतम
सब गवाए हुए मुझको
अपनाया प्यार से तूने
मेरी चाहत तेरे ही लिए
कोई और उसे छीन न पाये
मेरा सब कुछ तेरे ही लिए
करता अर्पण खुद को प्रभु
ठुकराये हुए मुझको
प्रिय संतान है बनाया
मेरे सारे पाप धोकर
मुझे पूरा चंगा किया है
मेरा धन और मान – सम्मान
तेरी महिमा के लिए ही
दुनिया भी त्यागना चाहु
जीऊगा मैं तेरे लिए