प्राण प्रिय यीशु ने अपना कीमती लहू
कोरस: प्राण प्रिय यीशु ने अपना कीमती लहू
क्रूस पर मेरे लिए प्रेम से बहाया
पाप और अपराधो को लहू से मिटाता
यीशु का प्यार भरा, त्याग मैं ना भूलूँगा
1. क्रूस पर यीशु का पवित्र लहू बहा
अधर्मों को धोकर मु झे धर्मी बनाया
आत्मा और शरीर की मैं, मलिनता दूर करूँ
प्रभु के भय में पवित्र मैं बन जाऊँ
2. यीशु की पीठ को कोड़ों से घायल किया
उसने सही थी पीड़ा, कर ने मुझे चंगा
मेरे सब रोगउसने, देहपर लिए उठा
यीशु का लहू मेरी औषधि बना
3. काटों के मुकुट के कारण सिर से खून बहा
यीशु का सुंदर चेहरा बद सूरत बन गया
उसके खून की हर बूँद, मेरे बुरे विचार
शुद्ध करके मेरा मन पवित्र है करता
4. क्रूस पर सौंप दी यीशुने पिता को आत्मा
बेंधी गईपसली से, ल हू और पानी बहा
मेरे प्राण को यीशु, मृत्यु से बचाता
निर्दोष लहू से मुझे धर्मी बनाता
5. को ई दूसरा प्रेम नहीं, कलवरी प्रेम समान
कैसे करूँ इस अद्भुत प्रेम को मैं अब बयान
इस त्याग भरे प्रेम का, ध्यान करके जीऊँगा
यीशु के पीछे क्रूस उठाकर चलूँगा