बढ़ेंगे साथ मिलाके हाथ
बढ़ेंगे साथ मिलाके हाथ, पहुँचेंगे हम मुकाम पर,
सुनायेंगे सुसमाचार कलीसिया का होगा पचार
1) जहाँ रखेंगे हम कदम जयवन्त, होंगे वहीं पर हम,
शैतान के गढ़ को ढायेंगे मुकित, सभी को दिलायेंगे
2) खेत खड़े हैं पके हुए मजदूर, अभी भी थोडे़ हैं,
फसल समय पर काटेंगे, हम कीमत उसकी चुकायेंगे
3) यीशु के प्रेम को दिखायेंगे, तभी तो लोग ये जानेंगे,
प्रभु यीशु के चेले है यीशु की सामर्थ दिखाते हैं